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Linux को प्रयोग क्यों करें ??

लिनक्स के इस्तेमाल कि आवश्यकता –

असल में computer जगत से जुड़े कुछ ऐसे facts है जिनके बारे में हम नहीं जानते और computer के जानकारों की बात नहीं करें तो बहुत कम लोग ये जानते होंगे की हम अपने computer पर जिस windows के operating system का उपयोग करते है वो माइक्रोसॉफ्ट का है और वो paid है अर्थात हमे उसका उपयोग करने के लिए खरीदना पड़ता है जबकि असल में माइक्रोसॉफ्ट का operating system खरीदने के बाद terms & conditions के अनुसार हमे केवल उसके software को उपयोग करने की अनुमति मिलती है और व्यक्तिगत हम अगर उसमे अपनी जरुरत के अनुसार उसके source code में कोई भी बदलाव करते है तो वो अपराध की श्रेणी में आता है |

जबकि दूसरी ओर लिनक्स जो है वो open source software है और यह operating system अपने source code के साथ उपलब्ध है यानि अगर आप computer के जानकर है तो अपनी आवश्यकता के अनुसार उसमे कोई भी बदलाव कर सकते है और बदलाव करने के बाद आप उसे किसी भी व्यक्ति को आगे डिस्ट्रीब्यूशन के लिए आगे उपलब्ध कर सकते है | लिनक्स के किसी भी प्रकार के package डिस्ट्रो कहते है और इन्टरनेट से आप बिलकुल मुफ्त में कोई भी डिस्ट्रो आराम से डाउनलोड कर सकते है |

जबकि ये माना जाता रहा है कि लिनक्स जो है वो बाकी operating systems के मुकाबले कठिन है जबकि ऐसा नहीं है आप बड़ी आसानी से लिनक्स को use कर सकते है लिनक्स को FOSS के अंतर्गत बनाया गया है FOSS के बारे में अधिक जानकारी के लिए यंहा क्लिक करें | जिसका उद्देश्य है सभी लोगो को तकनीक स्वतंत्र और समान रूप के बिना किसी शुल्क के उपलब्ध हो और तेजी से इस सोच का विस्तार देखने को भी मिलता है |जबकि एक और खास बात भी है जो लिनक्स को अन्य किसी computer operating system software से अलग करती है वो इसका ‘वायरस’ से जल्दी infected नहीं होना जबकि windows user तो बिना किसी antivirus के शायद ही computer को इस्तेमाल कर पाते हो क्योकि windows में computer बहुत जल्दी virus से infected हो जाता है |इसलिए किसी संस्था या user को जो windows का operating system इस्तेमाल करते है उनको हजारों रूपये केवल antivirus software पर खर्च करने पड़ते है |

linux की सबसे ख़ास बात : linux को अगर आप केवल एक बार देखना चाहते है अपने पुराने OS को replace करने से पहले तो इसकी लाइव cd या dvd/लाइव usb के जरिये बिना install किये भी काम कर सकते है अर्थात अगर आप किसी public pc पर काम करना चाहते है तो आप अपनी usb स्टिक के जरिये linux के साथ उसे बूट कर सकते है और आपके session के बाद create हुआ सारा data आपके लॉगआउट होने बाद delete हो जायेगा |

लिनक्स बहुत बहुत से variants में उपलब्ध है जिनमे से कुछ लोकप्रिय ये है – ubantu, mint, fedora आदि |

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